हुन सेन

कम्बोडिया के प्रधानमंत्री

हुन सेन (ख्मेर: ហ៊ុន សែន; जन्म 5 अगस्त 1952)[3] एक कम्बोडियाई राजनेता हैं, जो कि कम्बोडिया के प्रधानमंत्री तथा कम्बोडियाई पीपल्स पार्टी (सीपीपी) के अध्यक्ष हैं। वे १९८५ से कम्बोडिया के प्रधानमंत्री हैं, जिसके कारण वे विश्व के सबसे लम्बे कार्यकाल तक पद पर रहने वाले प्रधानमंत्री हैं, तथा सबसे लम्बे कार्यकाल तक पद पर रहने वाले सरकार प्रमुख में से हैं।[4] वे १९७९ से १९८६ तथा १९८७ से १९९० तक देश के विदेश मंत्री भी रहे हैं। उनकी पूरी सम्मानार्थ उपाधि सम्देच अक्का मोहा सेना पेदाई तेचो हुन सेन(ख्मेर: សម្តេចអគ្គមហាសេនាបតី តេជោ ហ៊ុន សែន; अर्थ "स्वामी प्रधानमंत्री, सर्वोच्च सैन्य कमांडर हुन सेन") है।[5] जन्म के समय उनका नाम हुन बुनल था, खमेर रूज से जुड़ने के दूसरे ही वर्ष उन्होंने अपना नाम बदल कर हुन सेन कर लिया।

सम्देच
हुन सेन
आरए, एनएम, एमपी
हुन सेन 2024 में

कम्बोडिया के चौतीसवें प्रधानमंत्री
पदस्थ
कार्यालय ग्रहण 
30 नवम्बर 1998
राजानोरदम सिहानुक
नोरदम सिहामोनी
पूर्वा धिकारीउंग होउत
(प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में)
पद बहाल
21 सितम्बर 1993 – 30 नवम्बर 1998
द्वितीय प्रधानमंत्री के रूप में
राजानोरदम सिहानुक
प्रथम प्रधानमंत्रीनोरदम रानारिद्ध
उंग होउत
पूर्वा धिकारीपद स्थापित
उत्तरा धिकारीपद समाप्त
पद बहाल
14 जनवरी 1985 – 2 जुलाई 1993
कार्यकारी: 31 दिसंबर 1984 – 14 जनवरी 1985
राष्ट्रपतिहेंग समरीन
चेया सिम
पूर्वा धिकारीचान सी
उत्तरा धिकारीनोरदम रानारिद्ध
(प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में)

कम्बोडियाई पीपल्स पार्टी के अध्यक्ष
पदस्थ
कार्यालय ग्रहण 
20 जून 2015
सहायकसार खेंग
से छुम
पूर्वा धिकारीचेया सिम

विदेश मंत्री
पद बहाल
1987–1990
पूर्वा धिकारीकोंग क्रोम
उत्तरा धिकारीहोर नाम्होंग
पद बहाल
7 जनवरी 1979 – दिसंबर 1986
प्रधानमंत्रीपेन सोवन
चान सी
पूर्वा धिकारीइएंग सारी
उत्तरा धिकारीकोंग क्रोम

कांदल से सांसद
पदस्थ
कार्यालय ग्रहण 
25 नवम्बर 1998
पूर्वा धिकारीहेंग समरीन
बहुमत422,253 (75.33%)

कम्पोंग चाम से
सांसद
पद बहाल
14 जून 1993 – 26 जुलाई 1998
उत्तरा धिकारीहेंग समरीन

जन्म5 अगस्त 1952 (1952-08-05) (आयु 71)
कम्पोंग चाम, कम्बोडिया
जन्म का नामहुन बुनल
राजनीतिक दलकम्बोडियाई पीपल्स पार्टी
जीवन संगीबुन रानी (m. 1976)
बच्चेकम्सोत (स्वर्गवासी)
हुन मानेट
माना
हुन मनिथ
हुन मानी
माली
मालिस (गोद ली हुई)
धर्मथेरवाद बौद्ध
पुरस्कार/सम्मानग्रैंड ऑर्डर ऑफ़ नेशनल मेरिट, कन्फ्युशियस शान्ति पुरस्कार 2017
हस्ताक्षर
जालस्थलआधिकारिक जालस्थल
सैन्य सेवा
निष्ठा कम्बोडिया
सेवा/शाखाlink = खमेर रूज
link = कम्पुचियाई पीपल्स रिवोल्यूशनरी आर्मी
सेवा काल1970–1999
पदपाँच-सितारा जनरल[1][2]
कमांडडेमोक्रेटिक कम्पुचिया – पूर्वी क्षेत्र
लड़ाइयां/युद्धवियतनाम युद्ध
कम्बोडियाई गृह युद्ध

हुन सेन जनवरी १९८५ में पहली बार प्रधानमंत्री पद पर आसीन हुए, जब एक-दलीय राष्ट्रीय असेम्बली ने उन्हें चान सी का उत्तराधिकारी घोषित किया था। दिसंबर १९८४ में चान सी की मृत्यु के पश्चात उनके प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ़ हो गया। उन्होंने यह पद १९९३ तक संयुक्त राष्ट्र समर्थित चुनाव होने तक संभाला, जिसमे किसी को बहुमत नहीं मिला। फुन्किन्पेक से आम सहमति के पश्चात सेन नोरदम रानारिद्ध के साथ द्वितीय प्रधानमंत्री बने और १९९७ के तख्तापलट तक इस पद पर रहे। १९९८ के चुनावों में उन्होंने अपनी पार्टी सीपीपी को विजय तो दिलाई मगर फुन्किन्पेक के साथ गठबंधन सरकार बनानी पड़ी। हुन सेन तबसे छह बार लगातार प्रधानमंत्री का कार्यकाल संभाल रहे हैं।[6] जून २०१५ में चेया सिम की मृत्यु के पश्चात वे सीपीपी के अध्यक्ष चुने गये।[7] २०१८ में वह बिना विपक्ष के हुए चुनाव में वे छठी बार प्रधानमंत्री चुने गये।[8]

प्रारम्भिक जीवन

सेन का जन्म कम्पोंग चाम में एक किसान परिवार में हुआ था। वह अपने पिता हुन नेआंग की कुल छः सन्तानों में तीसरे थे। उनके पिता कम्पोंग चाम की एक वाट में भिक्षु थे। बाद में उन्होंने देश को फ्रांसीसियों से आजादी दिलवाने हेतु वे स्वतंत्रता आन्दोलन में कूद पड़े तथा हुन सेन की माँ डी योन से १९४० के दशक में विवाह किया। हुन नेआंग के पैतृक पूर्वज चीनी-कम्बोडियाई मूल के बहुत अमीर तथा बड़े भूमिहार थे।[9][10] हुन नेआंग को भी अपनी पैतृक सम्पत्ति का काफी हिस्सा मिला और वे अपनी जिन्दगी काफी आराम से व्यतीत कर रहे थे, मगर अपहरण कांड के कारण उन्हें अपनी काफ़ी सम्पत्तियाँ बेचनी पड़ी।[11] सेन ने अपने परिवार को १३ वर्ष की ही अवस्था में नामपेन्ह स्थित मठ विद्यालय में दाखिला लेने हेतु छोड़ दिया था। जब लोन नोल ने १९७० में सिहानुक से रक्तविहीन तख्तापलट के माध्यम से सत्ता हथिया ली, तब वे खमेर रूज से जुड़ गये।[12] इसके दो वर्ष पश्चात ही उन्होंने अपना नाम बदल कर हुन सेन रख लिया।

व्यक्तिगत जीवन

उन्होंने हुन मानेट से विवाह किया है जिनसे उन्हें छः संतानें कम्सोत (स्वर्गवासी), हुन मानेट, माना, हुन मनिथ, हुन मानी, माली तथा मालिस (गोद ली हुई) हैं। हुन मानेट ब्रिस्टल विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी हैं। सेन के कार्यकाल के दौरान उनके सभी पुत्रों ने बड़ी भूमिका निभायी है।[13] उनके बड़े भाई हुन नेंग कम्पोंग चाम के राज्यपाल रह चुके हैं तथा वर्तमान में सांसद हैं।

हालाँकि हुन सेन का आधिकारिक जन्मदिन ४ अप्रैल १९५१ है, मगर वास्तविक ५ अप्रैल १९५२ है।[3] अपनी मातृभाषा ख्मेर के अतिरिक्त वे वियतनामी भाषा भी धाराप्रवाह बोल सकते हैं।[14][15] हुन सेन थोड़ी बहुत अंग्रेजी भी बोल सकते हैं मगर सामान्यतः वे अंग्रेजी मीडिया के सामने ख्मेर बोलते हैं जो इंटरप्रेटर के माध्यम से अनुवादित होता है।[16]

बचपन में मुर्गा चुराने के फलस्वरूप मुर्गे ने उनकी आँख में चोच घुसा दी, इस कारण उनकी एक आँख नहीं है। [17]

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ

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