राज ठाकरे
राज ठाकरे (जन्म १४ जून १९६८) महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के संस्थापक अध्यक्ष हैं, जो भारत के महाराष्ट्र राज्य की एक क्षेत्रीय पार्टी है। वे शिवसेना के पूर्व प्रमुख बाल ठाकरे के भतीजे और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई हैं।
राज ठाकरे | |
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मनसे अध्यक्ष श्री राज ठाकरे | |
जन्म | 14 जून 1968 मुम्बई, महाराष्ट्र, भारत |
राजनीतिक दल | महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, संस्थापक एवं अध्यक्ष (2006 से) |
जीवन संगी | शर्मिला ठाकरे |
बच्चे | 1 बेटा (अमित ठाकरे); 1 बेटी (उर्वशी ठाकरे) |
निवास | मुम्बई, महाराष्ट्र, भारत |
धर्म | हिन्दु |
निजी जीवन
14 जून 1968 को राज ठाकरे का जन्म एक मराठी कायस्थ परिवार में[1] को पिता श्रीकांत केशव ठाकरे और माता कुंदा ठाकरे के यहां हुआ था और इनका नाम स्वरराज ठाकरे रखा गया था। श्रीकांत ठाकरे शिवसेना प्रमुख बालासाहेब के छोटे भाई और राज की माता कुंदा ठाकरे बालासाहेब ठाकरे की पत्नी मीना ठाकरे की छोटी बहन हैं। राज ठाकरे के पिता श्रीकांत एक संगीतकार, कार्टूनिस्ट और उर्दू भाषा की शेरो शायरी में निपुण थे। उन्होंने कुछ मराठी फिल्में भी बनाई थी। राज की पत्नी शर्मिला, प्रसिद्ध मराठी रंगमंच/फिल्म अभिनेता, निर्माता और निर्देशक मोहन वाघ की बेटी हैं। उनका एक बेटा अमित ठाकरे और एक बेटी उर्वशी ठाकरे है।
राज ठाकरे की स्कूली शिक्षा बाल मोहन विद्या मंदिर स्कूल में हुई जो उनके घर शिवाजी पार्क के नजदीक मध्य मुंबई के उपनगर दादर में था और बाद में स्नातक एक प्रतिष्ठित कालेज सर जे जे कॉलेज ऑफ आर्ट से किया था।[2] अपने पिता और चाचा की तरह राज एक प्रतिभाशाली चित्रकार और कार्टूनिस्ट भी है। उन्होंने वॉल्ट डिज्नी स्टूडियो के लिए काम करने की इच्छा व्यक्त की थी। जब राज ठाकरे से पूछा गया कि वे राजनीति में न होते तो क्या करते तो उन्होंने कहा "कॉलेज के दिनों में, मैं वॉल्ट डिज्नी स्टूडियो के साथ काम करना चाहता था। राजनीति में प्रवेश से पहले मैं कार्टून भी बनाता था। फिल्म बनाने का भी एक जुनून रहा है। मैं यही सब कर रहा होता।"[3][4] [5]राज अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे की तरह एक उत्सुक फोटोग्राफर भी हैं। राज ने अपने चाचा पर बाल 'केशव ठाकरे' शीर्षक से एक फोटो-जीवनी भी प्रकाशित की। [तथ्य वांछित]
राजनीतिक कैरियर
![](http://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/8/84/SHIVAJI_PARK_3_MAY.jpg/200px-SHIVAJI_PARK_3_MAY.jpg)
कभी शिवसेना के भावी नेता के रूप में देखे जानेवाले ठाकरे ने महाराष्ट्र में बाल ठाकरे की शिवसेना पार्टी के साथ अपना राजनीतिक जीवन शुरू कर दिया। 'कथित तौर पर बाल ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे द्वारा दरकिनार किये जाने पर 9 मार्च 2006 को राज ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एम एन एस) का गठन किया।[6] शिवसैनिकों (शिवसेना के सदस्य), जिन्होंने राज के चचेरे भाई उद्धव ठाकरे (बाल ठाकरे के बेटे) के खिलाफ उनके नेतृत्व का समर्थन किया था, एम एन एस में शामिल हो गए। पार्टी ने स्थानीय मराठी भाषी (मराठी मानुष) के हित में एक छद्म विचारधारा को स्थापित किया। इसकी स्थापना के बाद से पार्टी द्वारा महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों पर राजनीतिक और शारीरिक तौर पर हमले किये गए। राज ने खुले तौर पर पर्यावरण के समर्थन में पुणे के विभिन्न पहाड़ी क्षेत्रों में नए शहरी विकास कार्यक्रमों की आलोचना की।[7] 2003 में राज ने पूरे महाराष्ट्र में 76 लाख पेड़ लगाने की एक परियोजना शुरू की, लेकिन इसे कभी नहीं पूरा किया गया। 2009 में हुए चुनाव में उनकी पार्टी ने शिवसेना के बहुत बड़े मराठी वोटों को निगल लिया, इससे कांग्रेस - एन सी पी गठबंधन सत्ता में आई।[8]
महाराष्ट्र में ग्रामीण विकास
महाराष्ट्र में औद्योगिक और ग्रामीण विकास के लिए, 14 जून 1996 को राज ठाकरे ने आधिकारिक तौर पर शिव उद्योग सेना का गठन किया और इसके लिए कार्यकारी समिति भी नियुक्ति की। [9] उन्होंने मराठी युवकों को "स्वरोजगार" के लिए कर्ज भी दिए। [1] इसी वर्ष उन्होंने भारत में पहली बार मुंबई के अंधेरी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में माइकल जैक्सन संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया। संगीत समारोह का उद्देश्य संगठन के लिए धन जुटाना था।[1] [9]
विवाद
2008 में उत्तर भारतीयों के खिलाफ हिंसा
फरवरी 2008 में राज ठाकरे ने कथित उत्तर प्रदेश और बिहारी 'दादागिरी' के खिलाफ एम एन एस के आंदोलन का नेतृत्व किया। शिवाजी पार्क की एक रैली में राज ने चेतावनी दी, अगर मुंबई और महाराष्ट्र में इन लोगों की दादागिरी जारी रही तो उन्हें महानगर छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया जाएगा। आश्चर्यजनक रूप से देश की दोनो राष्ट्रीय पार्टियों ने काँग्रेस और भारतीय जनता पार्टी उसकी इस गुन्डागर्दी पर मूक बनी रहीं[10] सपा नेता अबू आज़मी, लेकिन मीडिया के अनुसार, बहुत सारे लोगों के जख्मी होने और करोड़ों रुपए मूल्य की संपत्ति के नुकसान के बावजूद महज 15,000 रूपये जुर्माना अदा करने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
किनी हत्या के मामले से बरी
जुलाई 1996 में पुणे के एक सिनेमा थिएटर में रमेश किनी मरा पाया गया था। किनी मध्य मुंबई में लक्ष्मीकांत शाह के एक खस्ताहाल मकान में किरायेदार था, मकान मालिक उसे घर से बाहर निकालने की कोशिश कर रहा था। यह शाह राज ठाकरे के बचपन का दोस्त हुआ करता था। आरोप है राज और उनके आदमियों ने रमेश का कत्ल घर खाली करवाने के लिए किया था। बाद में इस मामले की जांच सी.बी.आई. से कराई गयी थी, लेकिन सी.बी.आई. ने इस मामले को आत्महत्या बता कर खारिज कर दिया।[11]
कोहिनूर मिल विवाद
21 जुलाई 2005 को एक पांच एकड़ के जमीन पर कोहिनूर मिल नंबर 3 मुंबई के दादर में शिवसेना के पार्टी मुख्यालय, सेना भवन, के करीब सड़क के पार स्थित है, इसे राज और उन्मेष जोशी (महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी के बेटे) ने 421 करोड़ रुपये में खरीदा था। राकाँपा नेता सचिन अहीर ने कोहिनूर मिल की जमीन की बिक्री को लेकर यह कह कर आपत्ति की कि इसके लिए चालीस कंपनियों ने बोली लगाईं थी, लेकिन उनमें से अभी तक केवल तीन को सूचीबद्ध किया गया। पारदर्शिता का अभाव होने की बात कह कर उन्होंने फिर से बोली की मांग की थी।[12]
अमिताभ बच्चन के साथ टकराव
राज ठाकरे ने फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन को महाराष्ट्र में उनकी फिल्मों के रिलीज पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी थी। [13]