प्रणोदन
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प्रणोदन (propulsion) किसी वस्तु को गति देने के लिये लगाये गये बल का उत्पादन करने के साधन को कहते हैं। किसी भी प्रणोदन प्रणाली (propulsion system) में यांत्रिक शक्ति (mechanical power) बनाने का स्रोत और फिर इस शक्ति को धकेलने के लिए बल में परिवर्तित करने का कोई प्रणोदक (propulsor) आवश्यक होता है। प्रौद्योगिक प्रणालियों में यांत्रिक शक्ति स्रोत को अक्सर इंजन (engine) या मोटर (motor) कहा जाता है। फिर इस शक्ति को पहियों व धुरी, नोदक या तेज़ी से पीछे की ओर गैस या अन्य सामग्री फेंकने वाले राकेट द्वारा धकेलने के बल में परिवर्तित कर के गति प्राप्त की जाती है। जैविक प्रणोदन प्रणालियों में कोई प्राणी अपनी मांसपेशियों को शक्ति स्रोत और पंखों, फ़िनों या टांगों को प्रणोदक बनाता है।[1][2]