निर्मला सीतारामन्
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निर्मला सीतारामन् | |
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भारत की वित्त मंत्री | |
पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 30 मई 2019 | |
प्रधानमंत्री | नरेन्द्र मोदी |
पूर्वा धिकारी | अरुण जेटली |
कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री | |
पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 30 मई 2019 | |
प्रधानमंत्री | नरेन्द्र मोदी |
पूर्वा धिकारी | अरुण जेटली |
भारत की रक्षा मंत्री | |
पद बहाल 3 सितम्बर 2017 – 30 मई 2019 | |
प्रधानमंत्री | नरेन्द्र मोदी |
पूर्वा धिकारी | अरुण जेटली |
उत्तरा धिकारी | राजनाथ सिंह |
भारत की वाणिज्य और उद्योग मंत्री | |
पद बहाल 26 मई 2014 – 3 सितम्बर 2017 | |
प्रधानमंत्री | नरेन्द्र मोदी |
पूर्वा धिकारी | आनंद शर्मा |
उत्तरा धिकारी | सुरेश प्रभु |
राज्यसभा की सदस्य | |
पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 1 जुलाई 2016 | |
पूर्वा धिकारी | एम वेंकैया नायडू (भाजपा) |
चुनाव-क्षेत्र | कर्नाटक |
पद बहाल 26 जून 2014 – 21 जून 2016 | |
पूर्वा धिकारी | एन जनार्दन रेड्डी (कांग्रेस) |
उत्तरा धिकारी | सुरेश प्रभु (भाजपा) |
चुनाव-क्षेत्र | आंध्र प्रदेश |
जन्म | 18 अगस्त 1959 (1959-08-18) (आयु 64) तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु, भारत। |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
जीवन संगी | डॉ॰ परकाल प्रभाकर |
बच्चे | एक पुत्री |
निवास | नई दिल्ली, भारत |
शैक्षिक सम्बद्धता | जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (एम॰फिल॰) |
धर्म | हिन्दू |
निर्मला सीतारामन् (तमिल : நிர்மலா சீதாராமன் / निर्मला चीतारामऩ् ; जन्म : १८ अगस्त, १९५९) भारत की वित्तमन्त्री हैं। सितम्बर २०१७ से मई २०१९ तक वे रक्षामन्त्री थीं और उससे पहले वे भारत की वाणिज्य और उद्योग (स्वतंत्र प्रभार) तथा वित्त व कारपोरेट मामलों की राज्य मंत्री रह चुकी हैं। वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से संबद्ध हैं तथा पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुकी हैं।[1] निर्मला सीतारमन भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं; हालांकि इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए अतिरिक्त कार्यभार के रूप में यह मंत्रालय संभाला था।
निर्मला सीतारामन् 2003 से 2005 तक राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या रह चुकी हैं। वे 03 सितंबर 2017 तक भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता के साथ-साथ भारत की वाणिज्य और उद्योग (स्वतंत्र प्रभार) तथा वित्त व कारपोरेट मामलों की राज्य मंत्री रहीं हैं और 03 सितंबर 2017 को श्री नरेंद्र मोदी की सरकार में उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया। वे श्रीमती इंदिरा गाँधी के बाद भारत के रक्षा मंत्रालय की कमान सम्हालने वाली स्वतंत्र भारत की दूसरी महिला नेत्री और स्वतंत्र रूप से पहली पूर्णकालिक महिला रक्षामंत्री हैं।
फरवरी 2020 में, सीतारामन् ने अपने दूसरे बजट भाषण के दौरान एक विवादित बयान दिया कि सिंधु लिपि - चित्रलिपि को समझ लिया गया है, और सरस्वती-सिंधु सभ्यता और हड़प्पा की मुहरें उल्लेखनीय हैं, जो 3300 ईसा पूर्व की हैं।[2][3][4][5]
निर्मला सीतारामन् ने 1980 में सीतालक्ष्मी रामास्वामि कॉलेज, तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु से स्नातक(अर्थशास्त्र) की शिक्षा पूर्ण की।[6] निर्मला सीतारमन ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जनेवि) से अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विषय में एम॰फ़िल॰ की।
निर्मला सीतारामन् प्राइसवॉटरहाउस कूपर्स के साथ वरिष्ठ प्रबंधक (शोध एवं विश्लेषण) के तौर पर भी कार्य कर चुकी हैं। उन्होंने कुछ समय के लिए बीबीसी विश्व सेवा के लिए भी कार्य किया।निर्मला सीतारामन् हैदराबाद में स्थित प्रणव स्कूल के संस्थापकों में से एक हैं।[7]
निर्मला सीतारामन् का विवाह डॉ॰ परकल प्रभाकर से हुआ जो जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स के पूर्व छात्र हैं।[8] वो एक राजनीतिज्ञ, राजनीतिक टीकाकार, लोकप्रिय टीवी एंकर और एक बुद्धिजीवी हैं।[9] वर्तमान में डॉ॰ परकला प्रभाकर राईटफोलियो (www.rightfolio.co.in) में एमडी हैं।[10]