तुर्काना झील
तुर्काना झील (अंग्रेज़ी: Lake Turkana), जिसे पहले रुडोल्फ़ झील (अंग्रेज़ी: Lake Rudolf) बुलाया जाता था, महान अफ़्रीकी झीलों में से एक है। यह कुछ-कुछ खारे पानी की झील घनफल (वोल्यूम) के हिसाब से कैस्पियन सागर, इसिक-कुल और वान झील के बाद दुनिया की चौथी सबसे बड़ी खारी झील है। अरल सागर इस से कभी बड़ा हुआ करता था लेकिन अधिकतर सूख जाने के कारण अब इस से छोटा है। तुर्काना एक रेगिस्तान-जैसे क्षेत्र में स्थित है और विश्व की सबसे बड़ी स्थाई रेगिस्तानी झील भी है। इसका अधिकतर भाग कीनिया में है लेकिन सुदूर उत्तरी छोर इथियोपिया में पड़ता है।
तुर्काना झील | |
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निर्देशांक | 3°35′N 36°7′E / 3.583°N 36.117°E 36°7′E / 3.583°N 36.117°E |
प्रकार | खारी झील, दरार घाटी झील |
मुख्य अन्तर्वाह | ओमो नदी, तुर्कवेल नदी, केरिओ नदी |
मुख्य बहिर्वाह | वाष्पीकरण |
जलसम्भर | 130,860 किमी² |
द्रोणी देश | इथियोपिया, कीनिया |
अधिकतम लम्बाई | 290 किमी |
अधिकतम चौड़ाई | 32 कि॰मी॰ (105,000 फीट) |
सतही क्षेत्रफल | 6,405 कि॰मी2 (6.894×1010 वर्ग फुट) |
औसत गहराई | 30.2 मीटर |
अधिकतम गहराई | 109 मीटर |
जल आयतन | 203.6 किमी³ |
सतही ऊँचाई | 360.4 मीटर |
द्वीप | उत्तर द्वीप, केन्द्रीय द्वीप, दक्षिणी द्वीप |
बस्तियाँ | एल मोलो, लोयांगालानी, कालोकोल, एलिये चश्में, इलेरेत, फ़ोर्ट बानया |
वातावरण
इस झील के बीच के केन्द्रीय द्वीप पर एक जीवित ज्वालामुखी है जिस से गैस और घुआँ हमेशा रिसता रहता है। झील के दक्षिणी और पूर्वी तट पत्थरीले हैं जबकी उत्तरी और पश्चिमी तटों पर रेतीले मैदान और रेत के टीले हैं। धूप में आसपास की धरती जल्द ही गरम हो जाती है जबकि पानी धीरे-धीरे ही गरम होता है। ज़मीन और पानी में तापमान अंतर से यहाँ तेज़ हवाएँ चलती हैं और कभी-कभी अचानक आँधियाँ भी आ जाती हैं। मैदानी तटों पर मगरमच्छ और पत्थरीले किनारों पर साँप व बिच्छू मिलते हैं। पर्यटकों को यहाँ कभी-भी बिना स्थानीय मार्गदर्शकों के अकेले न जाने की सलाह दी जाती है।[1][2]
मनुष्य जाति का जन्मस्थल
तुर्काना के आसपास के इलाक़े में प्राचीन मानवों के कई जीवाश्म (फ़ॉसिल) मिलें हैं और कई विद्वानों के अनुसार मानव जाति का जन्म यहीं हुआ था।[3]