ज़ांज़ीबार

ज़ांज़ीबार और हिंदी में जंगबार (उच्चारित/ˈzænzɨbɑr/, फ़ारसी زنگبار; प्रत्यय bār (बार) से: "तट" और Zangi (जैंगि): "काला"[2][3]), पूर्वी अफ्रीका के यूनाइटेड रिपब्लिक ऑफ तंजानिया का एक अर्द्ध-स्वायत्त हिस्सा है। इसमें हिंद महासागर में ज़ांज़ीबार द्वीपसमूह शामिल है जो मुख्य भू-भाग के तट से 25–50 किलोमीटर (16–31 मील) दूर है और यह कई छोटे-छोटे द्वीपों और दो बड़े द्वीपों: उन्गुजा (मुख्य द्वीप, जिसे अनौपचारिक रूप से ज़ांज़ीबार के रूप में संदर्भित किया जाता है) और पेम्बा से मिलकर बना है। अन्य समीपवर्ती द्वीप देशों और क्षेत्रों में दक्षिण की तरफ स्थित कोमोरोस और मैयट, सुदूर दक्षिण पूर्व की तरफ स्थित मॉरिशस और रीयूनियन और पूर्व में लगभग 1,500 किमी दूर स्थित सेशेल्स द्वीप समूह शामिल है। आरंभिक काल में अरबी और पुर्तगाली व्यापारियों ने इस क्षेत्र का दौरा किया और अठारहवीं और उन्नीसवीं सदियों में इस पर ओमानवासियों का नियंत्रण था। ब्रिटेन ने 1890 में यहाँ एक संरक्षित राज्य की स्थापना की थी जो दिसंबर 1963 में एक स्वतंत्र सल्तनत बन गया और जनवरी 1964 में एक विद्रोह के बाद यह एक गणतांत्रिक क्षेत्र बन गया। अप्रैल 1964 में यह तन्गानिका से जुड़ गया और एक नए गणतंत्र का निर्माण हुआ जिसे अक्टूबर 1964 में तंजानिया नाम दिया गया। (फ्रोमर्स, 2002) उन्गुजा द्वीप पर स्थित ज़ांज़ीबार की राजधानी का नाम ज़ांज़ीबार शहर है और स्टोन टाउन के नाम से मशहूर इसका ऐतिहासिक केन्द्र एक वर्ल्ड हेरिटेज साईट (विश्व विरासत स्थल) है।

Zanzibar
Both Islands
Zanzibar का झंडा
ध्वज
Zanzibar का आधिकारिक सील
सील
The Zanzibar archipelago
The Zanzibar archipelago
CountryTanzania
IslandsUnguja and Pemba
CapitalZanzibar City
SettledAD 1000
शासन
 • प्रणालीsemi-autonomous part of Tanzania
 • PresidentHussein Ali Mwinyi
क्षेत्रफल[1]
 • कुल2643 किमी2 (1,020 वर्गमील)
जनसंख्या (2004)
 • कुल10,70,000
ज़ांज़ीबार
भूगोल
अवस्थितिIndian Ocean
क्षेत्रफल984 km2 (379.9 sq mi)
प्रशासन
Tanzania
जनसांख्यिकी
जनसंख्या362,000
जन घनत्व428 /km2 (1,109 /sq mi)

ज़ांज़ीबार के मुख्य उद्योग मसाले, रैफिया (ताड़ के पेड़ का रेशा) और पर्यटन है। खास तौर पर इन द्वीपों पर लौंग, जायफल, दालचीनी और काली मिर्च का उत्पादन होता है। इस वजह से तंजानिया के माफिया द्वीप के साथ इन द्वीपों को कभी-कभी मसाला द्वीप समूह (एक ऐसा शब्द जिसका संबंध इंडोनेशिया के मलुकू द्वीप समूह से भी है) कहा जाता है। स्थानिक ज़ांज़ीबार रेड कोलोबस और संभवतः विलुप्त जैजिबार तेंदुए का घर होने के नाते ज़ांज़ीबार की पारिस्थितिकी उल्लेखनीय है।

इतिहास

माइक्रोलिथिक उपकरणों की मौजूदगी इस बात की साक्षी है कि ज़ांज़ीबार में कम से कम 20,000 वर्षों से मनुष्यों का वास रहा है। ज़ांज़ीबार शब्द की उत्पत्ति फ़ारसी शब्द "जैंगि-बार" (जैंगि=काला और बार=का स्थान) से हुई है। यह द्वीप समूह उस समय विस्तृत विश्व के ऐतिहासिक रिकॉर्ड का हिस्सा बन गया जब फ़ारसी व्यापारियों को इस द्वीप समूह का पता चला और जब उन्होंने इस द्वीप समूह का इस्तेमाल मध्य पूर्व, भारत और अफ्रीका के बीच की यात्राओं के एक आधार के रूप में किया। उन्गुजा, बड़ा द्वीप, ने एक संरक्षित और रक्षायोग्य पोताश्रय प्रदान किया इसलिए द्वीप समूह ने कुछ मूल्यवान उत्पादों की पेशकश की, फारसियों ने यहाँ बसना शुरू कर दिया जो आगे चलकर ज़ांज़ीबार शहर (स्टोन टाउन) के नाम से जाना जाने लगा जो पूर्व अफ़्रीकी तटीय नगरों के साथ व्यापार करने के लिए एक सुविधाजनक केन्द्र था।

ज़ांज़ीबार का एक पुराना किला

उन्होंने इस द्वीप समूह पर चौकियां स्थापित की और दक्षिणी गोलार्द्ध में उन्होंने प्रथम पारसी अग्नि मंदिर और मस्जिद का निर्माण किया।[4]

अन्वेषण युग के दौरान पुर्तगाली साम्राज्य ज़ांज़ीबार पर नियंत्रण प्राप्त करने वाली पहली यूरोपीय शक्ति थी और लगभग 200 वर्षों तक यह पुर्तगालियों के कब्जे में रहा। 1698 में ज़ांज़ीबार ओमान सल्तनत के नियंत्रण में चला गया जहां एक शासक अरबी कुलीन के साथ नकदी फसलों और व्यापार की अर्थव्यवस्था का विकास हुआ। मसालों का उत्पादन करने के लिए वृक्षारोपण को बढ़ावा दिया गया इसलिए इसका नाम मसाला द्वीप समूह पड़ गया। ज़ांज़ीबार के लिए फायदेमंद साबित होने वाला एक और प्रमुख व्यापार हाथीदांत था। ज़ांज़ीबार के सुल्तान ने पूर्व अफ़्रीकी तट के एक महत्वपूर्ण भाग पर कब्ज़ा कर लिया जिसे जैंज के नाम से जाना गया; इसमें मोम्बासा, डार एस सलाम और व्यापारिक मार्ग जैसे कांगो नदी पर किंडू तक जाने वाला मार्ग शामिल थे जिससे इस द्वीप का काफी विस्तार हुआ।

कभी-कभी धीरे-धीरे और कभी-कभी उठते-बैठते ज़ांज़ीबार का नियंत्रण ब्रिटिश साम्राज्य के हाथों में चला गया; दास व्यापार के उन्मूलन के लिए उन्नीसवीं सदी में किया गया आंदोलन इस हस्तांतरण की राजनीतिक प्रेरणा का एक हिस्सा था। 1890 के हेलोगोलैंड-ज़ांज़ीबार की संधि द्वारा उस समय की सबसे नजदीकी प्रासंगिक औपनिवेशिक सत्ता जर्मन साम्राज्य और ब्रिटेन साम्राज्य के बीच एक नए रिश्ते की शुरुआत हुई जिसमें जर्मनी ने द्वीपीय ज़ांज़ीबार में ब्रिटिश हितों के साथ हस्तक्षेप न करने का वचन दिया। उस वर्ष, ज़ांज़ीबार ब्रिटेन का एक संरक्षित क्षेत्र (उपनिवेश नहीं) बन गया। 1890 से 1913 तक कठपुतलियों की तरह शासन कार्य करने के लिए पारंपरिक विजीरों की नियुक्ति की गई जो 1913 से 1963 तक ब्रिटिश निवासियों (प्रभावी रूप से गवर्नर) की एक प्रणाली में परिवर्तित हो गई। 25 अगस्त 1896 को प्रो-ब्रिटिश सुल्तान हमद बिन थुवैनी की मौत और ब्रिटिशों की मंजूरी के बिना सुल्तान खालिद बिन बर्घाश के सिंहासनारूढ़ होने के फलस्वरूप एंग्लो-ज़ांज़ीबार युद्ध हुआ। 27 अगस्त 1896 की सुबह को शाही नौसेना के जहाजों ने बिट अल हुकुम पैलेस को नष्ट कर दिया। 38 मिनट बाद एक संघर्ष विराम की घोषणा की गई और इस दिन हुई बमबारी को इतिहास का सबसे छोटा युद्ध माना जाता है।[5]

इस द्वीप समूह को एक संवैधानिक राजशाही के रूप में दिसंबर 1963 में ब्रिटेन के दासत्व से मुक्ति मिली। एक महीने बाद एक खुनी ज़ांज़ीबार क्रांति हुई जहां एक नरसंहार में हजारों अरबी और इंडियन मारे गए और हजारों को यहाँ से निकाल दिया गया[6] जिसके फलस्वरूप ज़ांज़ीबार और पेम्बा गणतंत्र की स्थापना हुई। अप्रैल के महीने में ही इस गणराज्य को मुख्य भू-भाग पूर्व उपनिवेश तन्गानिका में शामिल कर लिया गया। तन्गानिका और ज़ांज़ीबार के इस संयुक्त गणराज्य को बहुत जल्द (एक पोर्टमंटो के रूप में) यूनाइटेड रिपब्लिक ऑफ तंजानिया नाम दिया गया जहाज ज़ांज़ीबार अभी भी एक अर्द्ध-स्वायत्त क्षेत्र के रूप में कायम है।

सरकार और राजनीति

साँचा:Politics of Tanzaniaतंजानिया के एक अर्द्ध-स्वायत्त भाग के एक रूप में जैजिबार की अपनी अलग सरकार है जिसे रिवोल्यूशनरी गवर्नमेंट ऑफ ज़ांज़ीबार के नाम से जाना जाता है। इसका निर्माण क्रांतिकारी परिषद और प्रतिनिधि सभा से हुआ है।

प्रतिनिधि सभा की बनावट तंजानिया की राष्ट्रीय विधानसभा के समान है: इसमें निर्वाचन क्षेत्रों के 50 सदस्य शामिल हैं जिन्हें पांच साल की अवधि के लिए सार्वभौमिक मताधिकार द्वारा निर्वाचित किया जाता है; 10 सदस्यों की नियुक्ति ज़ांज़ीबार के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है; महिलाओं के लिए 15 विशेष सीटें आरक्षित हैं; 5 क्षेत्रीय आयुक्त; और एक अटार्नी-जनरल. उसके बाद इन 81 सदस्यों में से पांच सदस्यों का निर्वाचन तंजानिया की राष्ट्रीय विधानसभा में ज़ांज़ीबार का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया जाता है।[7]

उन्गुजा के तीन प्रशासनिक क्षेत्र: ज़ांज़ीबार केन्द्रीय/दक्षिण, ज़ांज़ीबार उत्तर और ज़ांज़ीबार शहरी/पश्चिम हैं। पेम्बा के दो प्रशासनिक क्षेत्र: पेम्बा उत्तर और पेम्बा दक्षिण हैं।

ज़ांज़ीबार में कई राजनीतिक दल हैं लेकिन उनमें से मुख्य दल चामा चा मापिंडूजी (सीसीएम) और सिविक यूनाइटेड फ्रंट (सीयूएफ़) हैं। 1990 के दशक के आरंभिक दौर के बाद से, इन दोनों राजनितिक दलों के लगातार संघर्ष इस द्वीपसमूह की राजनीति की खासियत बन गई है। 2000 के अंतिम दौर में हुई चुनावी लड़ाई के फलस्वरूप जनवरी 2001 में ज़ांज़ीबार में नरसंहार है जब सरकार ने प्रदर्शनकारियों की भीड़ पर गोली चलाई जिसमें 35 मारे गए और 600 घायल हो गए।[8] एक और चुनावी लड़ाई के बाद 2005 में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी जहां सीयूएफ़ का कहना था कि उनकी अधिकारपूर्ण जीत को उनसे चुरा लिया गया था। 2005 के बाद दोनों दलों के आपसी दीर्घकालीन तनाव को खत्म करने और आपसे में सत्ता का बंटवारा करने के उद्देश्य से दोनों दलों के बीच एक वार्ता हुआ लेकिन उन्हें फिर से कई बार आपसी संघर्ष का सामना करना पड़ा. इसमें से सबसे उल्लेखनीय संघर्ष अप्रैल 2008 में हुआ जब सता के बंटवारे के समझौते पर किए गए एक सौदे के रूप में प्रस्तुत किए जाने वाले एक जनमत संग्रह को अनुमोदित करने के लिए सीसीएम के आह्वान के बाद सीयूएफ़ वार्ता टेबल से उठकर चले गए।

राजनीतिक समाधान

अक्टूबर 2009 में, ज़ांज़ीबार राष्ट्रपति अमानी करूम ने इस बात पर विचार विमर्श करने के लिए स्टेट हाउस में सीयूएफ़ सेक्रेटरी सिफ शरीफ हमद से भेंट की कि भावी राजनीतिक उथलपुथल से ज़ांज़ीबार की रक्षा कैसे की जाए और उनके बीच के मतभेद को कैसे दूर किया जाए.[9] उनके इस कदम का यूएसए[10] और राजनीतिक दलों सहित कई लोगों ने स्वागत किया। पहली बार सीयूएफ़ करूम को ज़ांज़ीबार के वैध राष्ट्रपति की मान्यता देने पर सहमत थे।

ज़ांज़ीबार सरकार और तंजानियाई मुख्य भू-भाग के बीच का रिश्ता उस समय से हाल के वर्षों में काफी अच्छा नहीं है जब तंजानिया के प्रधान मंत्री मिजेंगो पिंडा ने इस द्वीप समूह की संप्रभुता के बारे में यह टिप्पणी की कि ज़ांज़ीबार संयुक्त सरकार के बाहर एक स्वतंत्र देश नहीं है जिसके तहत यह केवल अपनी संप्रभुता का इस्तेमाल कर सकता है।[11]सत्तारूढ़ दल चामा चा मापिंडूजी (सीसीएम) और विपक्षी दल सिविक यूनाइटेड फ्रंट (सीयूएफ़) दोनों दल के सदस्य श्री पिंडा की बात से असहमत थे और ज़ांज़ीबार को एक पूर्ण स्वायत्त और पूर्ण राज्य की मान्यता दिलाने के लिए दृढ संकल्प थे,[12] उनके इस कदम को यूनाइटेड रिपब्लिक ऑफ तंजानिया की सरकार के निर्माण द्वारा व्यापक रूप से अमान्य कर दिया गया है जो तंजानिया मुख्य भू-भाग और ज़ांज़ीबार के सांसदों के बीच मतभेद का कारण बना हुआ है।

2008 में, तंजानिया के राष्ट्रपति जकाया किक्वेट ने इस विषय को शांत करने की कोशिश की जब उन्होंने एक जीवंत सम्मलेन में देश को संबोधित करते हुए कहा कि ज़ांज़ीबार आतंरिक दृष्टि से एक राज्य लेकिन अंतर्राष्ट्रीय दृष्टि से एक अर्द्ध-राज्य है .

प्रतिद्वंद्वी दलों को राष्ट्रीय एकता के साथ सरकारों का निर्माण करने की अनुमति प्रदान करने के लिए ज़ांज़ीबार के क़ानून को संशोधित करने के एक प्रस्ताव को 31 जुलाई 2010 को किए गए एक जनमत संग्रह के आधिकारिक परिणामों के बाद 66.4 प्रतिशत मतदाताओं ने स्वीकार कर लिया।[13]

ज़ांज़ीबार निर्वाचन आयोग (जेक) अध्यक्ष ने कहा कि अपना मत प्रदान करने के लिए इस द्वीप समूह के मतदान केन्द्रों पर वास्तव में जनमत संग्रह के लिए पंजीकृत 407,667 लोगों में से 293,039 (या 71.9 प्रतिशत) लोग उपस्थित थे।उन्होंने कहा कि कुल 284,318 वैध वोट डाले गए जिसमें से 188,705 (या 66.4 प्रतिशत) वोट गवर्नमेंट ऑफ नैशनल यूनिटी (राष्ट्रीय एकता सरकार) के पक्ष में और 95,613 वोट विपक्ष में डाले गए और 8,721 वोट बर्बाद हो गए।[14]

भूगोल, मौसम और जलवायु

ज़ांज़ीबार शहर का जलीय-छोर

2,461 किमी2 (950 वर्ग मील)[15] क्षेत्रफल में फैला ज़ांज़ीबार मुख्य रूप से एक निम्न स्तरीय द्वीप है जिसका उच्चतम स्थल 120 मीटर ऊंचा है।[16] यह 108 किमी लंबा और 32 किमी चौड़ा है।[17] सर्दियों के दौरान यह +3 जीएमटी और गर्मियों के दौरान +2 रहता है। यह तंजानिया की मुख्य भू-भाग से लगभग 25 मील और भूमध्य रेखा से 6° दक्षिण में हिंद महासागर में स्थित है। सुन्दर रेतीले समुद्र तट और किनारे की तरफ कोरल रीफ के साथ ऐतिहासिक स्टोन टाउन - जिसके बारे में कहा जाता है कि यह पूर्व अफ्रीका का एकमात्र क्रियाशील प्राचीन नगर है - का जादू यहाँ की मुख्य विशेषता है।[18] पूर्वी तट के चारों तरफ स्थित कोरल रीफ (मूंगे का पहाड़) समुद्री विविधता के मामले में धनी है।

यहाँ गर्मियों में मौसमी गर्मी पड़ती है जो अक्सर हवा की दशाओं के प्रभाव में आते ही ठंडी पड़ जाती है जिसके परिणामस्वरूप खास तौर पर उत्तरी और पूर्वी तटों पर समुद्री समीर बहने लगती है। भूमध्यरेखा के निकट स्थित होने की वजह से यह द्वीप समूह वर्ष भर गर्म रहता है लेकिन आधिकारिक तौर पर दिसंबर और जून में क्रमशः सबसे ज्यादा गर्मी और सबसे ज्यादा सर्दी पड़ती है।

नवंबर के महीने में थोड़ी बहुत बारिश हो सकती है लेकिन आम तौर पर बारिश की बौछारें पड़ती हैं जो ज्यादा देर तक नहीं टिकती हैं। आम तौर पर अप्रैल और मई के महीनों में ज्यादा देर तक बारिश होती है हालांकि इसे अक्सर "हरित मौसम" के रूप में संदर्भित किया जाता है और उस दौरान यहाँ आम तौर पर रोज बारिश नहीं होती है।

वन्य-जीवन

ज़ांज़ीबार के मुख्य द्वीप, उन्गुजा, में एक ऐसा जीव पाया जाता है जिससे अंतिम हिमयुग के दौरान अफ़्रीकी मुख्य भू-भाग के साथ इसके संबंध का पता चलता है।[19][20]महाद्वीपीय रिश्तेदारों वाले स्थानिक स्तनधारियों में ज़ांज़ीबार रेड कोलोबस का नाम शामिल है जो अफ्रीका के सबसे दुर्लभ नर वानरों में से एक है जिनकी संख्या केवल 1500 के आसपास हो सकती है। कम से कम 1,000 वर्ष तक इस द्वीप पर एकांत वास करने वाले इस ज़ांज़ीबार रेड कोलोबस (प्रोकोलोबस किरकी) को एक विशिष्ट प्रजाति की मान्यता दी गई है जिनका कोट पैटर्न, आवाज और खाद्य आदतें मुख्य भू-भाग पर पाई जाने वाली संबंधित कोलोबस प्रजातियों से अलग है।[21]

ज़ांज़ीबार रेड कोलोबस तटीय झाडियों और कोरल रैग स्क्रब वाले तरह-तरह के सूखे क्षेत्रों के साथ-साथ मैंग्रो स्वैम्प और कृषि क्षेत्रों में रहते हैं। लगभग एक तिहाई रेड कोलोबस जोजानी जंगल में और उसके पास निवास करते हैं - विडम्बना यह है कि आसानी से देखे जाने वाले बन्दर आरक्षित क्षेत्र से सटे कृषि भूमि पर पाए जाते हैं। लोगों की मौजूदगी और कम वनस्पति की वजह से वे जमीन के करीब आते हैं।

दुर्लभ मूल जानवरों में ज़ांज़ीबार तेंदुआ का नाम शामिल है जो गंभीर रूप से खतरे में है और संभवतः विलुप्त हो गई है; और हाल ही में ज़ांज़ीबार सर्वलिन जेनेट के बारे में पता चला है।ज़ांज़ीबार कोई बड़ा जंगली जानवर नहीं है और जोजानी जैसे जंगली क्षेत्रों में बंदरों, झाड़ी में रहने वाले सूअरों, छोटे हिरणों, कस्तूरी बिलाव और अफवाह के तौर पर मायावी ज़ांज़ीबार तेंदुओं का वास है। इस द्वीप पर नेवलों की विभिन्न प्रजातियां भी देखने को मिल सकती हैं। यहाँ विभिन्न प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में काफी संख्या में तितलियाँ देखने को मिलती हैं।पेम्बा द्वीप गहरे चैनलों द्वारा उन्गुजा द्वीप और अफ़्रीकी महाद्वीप से अलग है और यहाँ एक तदनुसार प्रतिबंधित वन्य जीवन उपलब्ध हैं जिससे मुख्य भू-भाग से इसके तुलनात्मक अलगाव का पता चलता है।[19][20] इसका सबसे मशहूर स्थानिक जीव पेम्बा फ़्लाइंग फॉक्स है।

जनसंख्या

2002 की जनगणना के अनुसार मुख्य द्वीप की आबादी 981,754 है। 205,870 की जनसंख्या के साथ ज़ांज़ीबार शहर की आबादी सबसे अधिक है। ज़ांज़ीबार के लोग अलग मूल के हैं। ज़ांज़ीबार के पहले स्थायी निवासी संभवतः हदिमु और तुम्बातु के पूर्वज हैं जिन्होंने पूर्व अफ़्रीकी मुख्य भू-भाग से लगभग 1000 ई. में आना शुरू किया। उनका संबंध विभिन्न मुख्य भू-भाग जातीय समूहों से था और ज़ांज़ीबार में वे छोटे-छोटे गाँवों में रहते थे और बड़ी राजनीतिक इकाइयों का निर्माण करने के लिए वे संगठित नहीं हुए थे। केन्द्रीय संगठन के अभाव के कारण वे आसानी से बाहरी लोगों के अधीन हो गए।

प्राचीन बर्तनों से प्राचीन अश्शूरियों के साथ ज़ांज़ीबार के मौजूदा व्यापारिक मार्गों का पता चलता है। अरब, वर्तमान कालीन ईरान (खास तौर पर शिराज़) के फारस की खाड़ी के क्षेत्र और पश्चिमी भारत के व्यापारियों ने संभवतः पहली सदी के आरम्भ में ज़ांज़ीबार का दौरा किया था। उन्होंने मानसूनी हवाओं के सहारे हिंद महासागर की यात्रा पूरी की और वर्तमान कालीन ज़ांज़ीबार टाउन के क्षेत्र में स्थित आश्रित पोताश्रय पर उतरे.यहाँ ज्यादातर बांटू मूल के अफ़्रीकी लोग हैं;[22] यहाँ अल्पसंख्यक एशियाई भी रहते हैं जो वास्तव में भारत और अरब देशों से आए थे। यहाँ कुछ ऐसे लोगों की एक बहुत बड़ी संख्या भी निवास करती हैं जिनकी पहचान शिराज़ी के रूप में की जाती है। 2002 में ज़ांज़ीबार की आबादी 984,625 थी[23] जो अब तक की अंतिम जनगणना है जिसका वार्षिक वृद्धि दर 3.1% है जो कुछ वर्षों तक काफी हद तक स्थिर रहा है। इसमें से लगभग दो तिहाई लोग 622,459 ज़ांज़ीबार द्वीप (उन्गुजा) में रहते हैं जिसमें से ज्यादातर लोग घनी आबादी वाले पश्चिमी क्षेत्र में निवास करते हैं। ज़ांज़ीबार की सबसे बड़ी बस्ती ज़ांज़ीबार नगर (जिसे कभी-कभी ज़ांज़ीबार शहर भी कहा जाता है) जो ज़ांज़ीबार द्वीप पर स्थित है और जहां 205,870 लोग निवास करते हैं। ज़ांज़ीबार द्वीप पर स्थित अन्य नगरों में चानी, बाम्बी, महोंडा और मकुंडूची शामिल हैं लेकिन ये सभी छोटे नगर हैं। इन नगरों के बाहर ज्यादातर लोग छोटे छोटे गाँवों में रहते हैं और खेती या मछली पकड़ने का काम करते हैं।

पेम्बा पर स्थित बस्ती का ढांचा भी कुल मिलाकर इसी तरह का है। सबसे बड़ा नगर चेक चेक है जिसकी आबादी 19,283 है; अन्य छोटे-छोटे नगर वेटे और मकोनी हैं। माफिया की कुल आबादी 40,801 थी।मोटे तौर पर बराबर संख्या में बंटे पेम्बा और उन्गुजा में रहने वाले लोगों और शहरों और गाँवों में रहने वाले लोगों के जीवनयापन के स्तर में काफी अंतर है। केवल 250 अमेरिकी डॉलर औसत वार्षिक आय से इस बात पर पर्दा पड़ जाता है कि लगभग आधी आबादी गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करती है। अपेक्षाकृत उच्च स्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के बावजूद अभी भी 1,000 जीवित जन्म लेने वाले शिशुओं में से 83 शिशुओं की मौत हो जाती है और ऐसा अनुमान है कि इस द्वीप समूह के हर तीन में से एक व्यक्ति पर कुपोषण का असर पड़ता है; जन्म के समय जीवन प्रत्याशा 48 है। कुल मिलाकर तंजानिया की तुलना में ज़ांज़ीबार में एचआईवी/एड्स की घटना काफी कम (लगभग 8% की राष्ट्रीय औसत की तुलना में केवल 0.6%) होने के बावजूद यह एक उत्तरोत्तर बढ़ती समस्या है।

धर्म

सबसे अधिक प्रचलित धर्म इस्लाम है। ज़ांज़ीबार की लगभग 95% आबादी इस्लाम के नियमों का पालन करती है। इसके इतिहास पर अरबियों और भारतीय मुख्य भू-भाग निवासियों का काफी असर पड़ा था। शेष निवासी ईसाई हैं।[24]

यहाँ 51 मस्जिदें हैं जहाँ प्रार्थना से पहले अजान होती है। यहाँ छः कैथोलिक चर्चों के साथ-साथ ज़ांज़ीबार के बहुजातीय नगर (स्टोन टाउन) में एक अंग्रेज़ी चर्च भी है। इसके बाहरी इलाके के आसपास कई कब्रिस्तान भी हैं जहां दिलचस्प हेडस्टोन्स और कब्र हैं और कुछ महत्वपूर्ण कब्रें स्वयं नगर में भी है जो आम तौर पर अतीत के कुछ धार्मिक नेताओं के हैं। ज़ांज़ीबार नगर में कुछ इंजील ईसाई चर्च भी हैं। ज़ांज़ीबार नगर से कुछ दूर अन्य ईसाई चर्च भी हैं जैसे इवैन्जेलिस्टिक असेम्बलीज ऑफ गॉड ज़ांज़ीबार (ईएजीजेड) जो किजितो उपले-फुओनी ज़ांज़ीबार में है जिसका मार्ग ज़ांज़ीबार के इंजील आंदोलन के संस्थापन रेव. लियोनार्ड मसासा ने प्रशस्त किया था। एक और चर्च तंजानिया असेम्बलिज ऑफ गॉड है जो करियाकू में है। ज़ांज़ीबार में अब 25 से ज्यादा इंजील चर्च हैं। यहाँ बहाइयों की एक छोटी आबादी भी निवास करती है (तंजानिया में बहाइयों की आस्था देखें).

अर्थव्यवस्था

मोलुक्कन द्वीप समूह (जो आज इंडोनेशिया में स्थित है) से उत्पन्न होने वाले लौंग की शुरुआत उन्नीसवीं सदी के प्रथमार्द्ध में ओमानी सुल्तानों द्वारा ज़ांज़ीबार में हुई थी।[25] ज़ांज़ीबार, मुख्य रूप से पेम्बा द्वीप, कभी दुनिया का सबसे प्रमुख लौंग उत्पादक था[26] लेकिन 1970 के दशक के बाद से वार्षिक लौंग बिक्री में गिरावट आ गई है। तीव्र गतिशील वैश्विक बाजार, अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता और 1960 और 1970 के दशकों में समाजवाद के साथ तंजानिया के विफल प्रयोग के दुष्परिणाम ने ज़ांज़ीबार के लौंग उद्योग को अपंग बना दिया है जब सरकार ने लौंग की कीमतों और निर्यातों को नियंत्रित किया। इस क्षेत्र में अब ज़ांज़ीबार तीसरे स्थान पर है जहां ज़ांज़ीबार से आपूर्तित वैश्विक लौंग के 7% की तुलना में इंडोनेशिया 75% वैश्विक लौंग की आपूर्ति करता है।[26]

ज़ांज़ीबार मसालों, शैवालों और फाइन रैफिया का निर्यात करता है। यहाँ मछली पकड़ने और खोदकर डोंगी बनाने का काम भी बड़े पैमाने पर होता है। पर्यटन एक प्रमुख विदेशी मुद्रा अर्जक है।

मिचेंजानी अपार्टमेंट ब्लॉक, स्टोन टाउन के पास; ज़ांज़ीबार के साथ पूर्वी जर्मन विकास समझौते का एक गौरवशाली प्रतीक

जजज़ांज़ीबारी अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से लौंग के उत्पादन पर आधारित है (जिसमें से 90% लौंग का उत्पादन पेम्बा द्वीप पर होता है) जो यहाँ का प्रमुख विदेशी मुद्रा अर्जक है। निर्यात पर लौंग के बाजार में आई मंदी का काफी असर पड़ा है। पर्यटन एक आशाजनक क्षेत्र है और हाल के वर्षों में यहाँ कई नए होटलों और रिजोर्ट का निर्माण हुआ है।

ज़ांज़ीबार की सरकार ने मुख्य भू-भाग तंजानिया से पहले इस द्वीप समूह पर विदेशी मुद्रा ब्यूरो को वैध किया। इसके प्रभावस्वरूप उपभोक्ता वस्तुओं की उपलब्धता में वृद्धि हुई। सरकार ने एक मुक्त बंदरगाह क्षेत्र भी स्थापना की है जो निम्नलिखित लाभ प्रदान करता है: मुक्त व्यापार का अवसर प्रदान करने के साथ-साथ समर्थन सेवाओं की स्थापना को प्रोत्साहित करके आर्थिक विविधता में योगदान; एक ऐसी शासन व्यवस्था का संचालन जो सामान्य वस्तुओं का आयात, निर्यात और भण्डारण करता है; व्यापार के प्रभावी संचालन की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त भण्डारण सुविधाएँ और अन्य बुनियादी ढांचे; और सामानों के प्रभावशाली पुनर्निर्यात के लिए एक कुशल प्रबंधन प्रणाली का निर्माण.[27]

इस द्वीप का विनिर्माण क्षेत्र मुख्य रूप से प्रतिस्थापन उद्योगों के आयात तक सीमित है जैसे सिगरेट, जूते और प्रसंस्कृत कृषि उत्पाद. 1992 में, सरकार ने दो निर्यात-उत्पादक क्षेत्रों का निर्माण किया और अपतटीय वित्तीय सेवाओं के विकास को प्रोत्साहित किया। ज़ांज़ीबार अभी भी अपनी अधिकांश आवश्यकताओं, पेट्रोलियम उत्पादों और निर्मित वस्तुओं का आयात करता है।

मई और जून 2008 के दौरान ज़ांज़ीबार को अपनी विद्युत प्रणाली में एक बहुत बड़ी विफलता का सामना करना पड़ा जिसकी वजह से सारे द्वीप में लगभग एक महीने तक बिजली नहीं थी। पनडुब्बी केबलों और स्थानीय संयंत्र के साथ एक समस्या उत्पन्न होने की वजह से इस द्वीप को दिसंबर 2009 से मार्च 2010 तक एक बार फिर से अँधेरे का सामना करना पड़ा. इससे मुख्य रूप से विदेशी पर्यटन पर निर्भर इसकी कमजोर अर्थव्यवस्था को एक गहरा और विद्यमान झटका लगा। 2000 में, प्रति व्यक्ति वार्षि आय 220 अमेरिकी डॉलर थी।[1]

ज़ांज़ीबार के पेम्बा द्वीप पर तेल उपलब्धता की सम्भावना भी प्रकट के गयी है और तंजानिया की सरकार और ज़ांज़ीबार की क्रांतिकारी सरकार ने इसका पता लगाने की कोशिश शुरू कर दी है जो हाल की स्मृति की एक सबसे महत्वपूर्ण खोज साबित हो सकती है। तेल से ज़ांज़ीबार की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में मदद मिलेगी लेकिन तंजानिया की सरकार और ज़ांज़ीबार की सरकार के बीच इसके हिस्सों को लेकर काफी मतभेद है जिसमें से बाद वाले का कहना है कि तेल को संयुक्त पदार्थों में निकाला जाना चाहिए। इसकी तेल क्षमता या सम्भावना की छानबीन करने के लिए नॉर्वे के एक सलाहकार को ज़ांज़ीबार में भेजा गया है।[28]

शिक्षा

सन् 2000 में ज़ांज़ीबार में 207 सरकारी स्कूल और 118 निजी स्कूल थे।[1] यहाँ दो विश्वविद्यालय और एक कॉलेज भी हैं: ज़ांज़ीबार यूनिवर्सिटी, स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ ज़ांज़ीबार (सुजा) और चुक्वानी कॉलेज ऑफ एजुकेशन.[29]

सुजा की स्थापना 1999 में हुई है और यह स्टोन टाउन में पूर्व किस्वाहिली एण्ड फॉरेन लैंग्वेज (ताकिलुकी) संस्थान की इमारतों में स्थित है।[30] यह ज़ांज़ीबार का एकमात्र सार्वजनिक उच्च शिक्षा संस्थान है, अन्य दो संस्थान निजी हैं। 2004 में, तीनों संस्थानों में कुल 948 छात्र-छात्राओं का नामांकन हुआ था जिनमें से 207 महिलाएं थीं।[31]

ज़ांज़ीबार में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा प्रणाली तंजानियाई मुख्य भू-भाग की शिक्षा प्रणाली से थोड़ी अलग है। मुख्य भू-भाग में केवल सात साल तक प्राथमिक शिक्षा अनिवार्य है जबकि ज़ांज़ीबार में अतिरिक्त तीन साल माध्यमिक शिक्षा अनिवार्य और मुफ्त है।[1] मुख्य भू-भाग के छात्रों की तुलना में ज़ांज़ीबार के छात्र पढ़ाई और गणित के मानकीकृत परीक्षाओं में काफी कम अंक प्राप्त करते हैं।[1][32]

1970, 1980 और 1990 के दशकों में माध्यमिक शिक्षा के बाद राष्ट्रीय सेवा जरूरी थी लेकिन अब यह स्वैच्छिक बन गई है और केवल कुछ छात्र ही स्वेच्छापूर्वक राष्ट्रीय सेवा में भाग लेते हैं। ज्यादातर छात्र रोजगार की तलाश करने या अध्यापक के कॉलेजों में भाग लेने का विकल्प चुनते हैं।

परिवहन

ज़ांज़ीबार में 1,600 किमी तक सड़कों का जाल बिछा हुआ है जिसमें से 85% पक्की या अर्द्ध-पक्की सड़कें हैं। शेष कच्ची सड़कें हैं जिन्हें वर्ष भर गमनीय बनाने के लिए हर वर्ष उन्हें उनकी पूर्व दशा में लाया जाता है। ज़ांज़ीबार में फिलहाल सरकार के स्वामित्व वाली कोई सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था नहीं है लेकिन डालाडाला (ज़ांज़ीबार में आधिकारिक तौर पर इसे इसी नाम से जाना जाता है) एकमात्र सार्वजनिक परिवहन है जिस पर निजी मालिकों का स्वामित्व है; डालाडाला शब्द की उत्पत्ति 1970 और 1980 के दशकों के दौरान स्वाहिली शब्द डाला या पांच शिलिंग (उस समय सार्वजनिक परिवहन का खर्च पांच शिलिंग था) से हुई है।

ज़ांज़ीबार में अब एक बेहतर और संपन्न समुद्री परिवहन नेटवर्क है जिससे सार्वजनिक स्वामित्व वाली जहाज और निजी स्पीड बोट ज़ांज़ीबार के बंदरगाहों पर चलते हैं जिसे यूरोपी संघ की मदद से पुनर्निर्मित किया गया था। ज़ांज़ीबार और पेम्बा के द्वीपों में पांच बंदरगाह हैं। ज़ांज़ीबार पोर्ट कॉर्पोरेशन (जेडपीसी) एक सार्वजानिक इकाई है जिसे बंदरगाहों के संचालन और विकास की पूर्ण स्वायत्ता प्राप्त है। मुख्य समुद्री बंदरगाह के घाटों को यूरोपीय संघ की वित्तीय सहायता से 1989-1991 में निर्मित किया गया था।[33] यह बंदरगाह ज़ांज़ीबार के 90% से अधिक व्यापार को संभालता है। 1925 में एक मामूली हल्के बंदरगाह के रूप में मालिंदी बंदरगाह का निर्माण किया गया।

बुनियादी सुविधाओं (घाट, कंटेनर भण्डारण यार्ड, इत्यादि) की दृष्टि से बंदरगाह की हालत खराब है और इसके साथ ही साथ संचालन क्षेत्र और भण्डारण सुविधाएँ काफी सीमित हैं। 1995 और 2001 के दरम्यान मालिंदी बंदरगाह की दशा से संबंधित कई मूल्यांकन किए गए। लेकिन फिर भी कोई मरम्मत कार्य न किए जाने के परिणामस्वरूप घाटों की हालत और बिगड़ती जा रही है। मुख्य बंदरगाह के घाट की हालत इतनी खराब हो गई है कि इसकी अब मरम्मत भी नहीं की जा सकती.

सबसे हाल की दुर्घटना मई 2009 में घटी जब एक मालवाही जहाज डार-एस सलाम के लिए रवाना होने से पहले डूब गया। अभी भी स्पष्ट रूप से यह नहीं मालूम हो पाया है कि इसमें कितने लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था और अब तक दुर्घटना के कारण का भी पता नहीं लगाया जा सका है। जहाज को निकालने में एक सप्ताह से भी ज्यादा समय लगा था। ज़ांज़ीबार दुनिया के बाकी हिस्सों से काफी अच्छी तरह से जुड़ा है। ज़ांज़ीबार का मुख्य हवाई अड्डा, ज़ांज़ीबार अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, अब बड़े विमानों को भी संभल सकता है जिसके परिणामस्वरूप यात्रियों और सामानों की आवागमन में काफी वृद्धि हुई है।

ऊर्जा

ज़ांज़ीबार के ऊर्जा क्षेत्र में अविश्वसनीय विद्युत शक्ति, पेट्रोलियम और पेट्रोलियम उत्पाद शामिल है; कमी को जलावन और इससे संबंधित उत्पादों से पूरा किया जाता है। घरेलू और औद्योगिक प्रयोजनों के लिए शायद ही कभी कोयले और गैस का इस्तेमाल किया जाता है। ज़ांज़ीबार को अपनी विद्युत शक्ति जरूरतों का 70 प्रतिशत एक पनडुब्बी केबल के माध्यम से मुख्य भू-भाग तंजानिया से प्राप्त होता है और शेष ऊर्जा (पेम्बा के लिए) का उत्पादन ताप विद्युत के माध्यम से किया जाता है। ज़ांज़ीबार की क्रांतिकारी सरकार और नॉर्वे राज्य की सरकार ने अगस्त 2008 में एक समझौते पर हस्तक्षर किया जिसके तहत नॉर्वे टंगा-पेम्बा सब सी केबल प्रोजेक्ट के लिए पैसे देने के लिए राजी हो गया जिससे पेम्बा द्वीप को टंगा क्षेत्र से नैशनल ग्रिड से बिजली प्राप्त हो पाएगी; 40 मेगावाट के समुद्री केबल को बिछाने का काम दिसंबर 2009 में शुरू हुआ।[34] उत्पन्न 70 से 75 प्रतिशत बिजली का इस्तेमाल घरेलू कामों में किया जाता है जबकि 20 प्रतिशत से भी कम बिजली का इस्तेमाल औद्योगिक स्तर पर किया जाता है। ज्यादातर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में खाना पकाने और रौशनी करने के लिए ऊर्जा के स्रोत के रूप में व्यापक तौर पर ईंधन की लकड़ी, कोयला और मिट्टी के तेल का इस्तेमाल किया जाता है। पेट्रोलियम, गैस, तेल, मिट्टी के तेल और आईडीओ की खपत क्षमता वर्ष दर वर्ष बढ़ती जा रही है, जहां 1997 में कुल 5,650 टन की खपत हुई थी वहीं 1999 में 7,500 टन से ज्यादा खपत हुई थी।[उद्धरण चाहिए]ज़ांज़ीबार को 10 दिसम्बर 2009 से 23 मार्च 2010 तक एक बार फिर से एक बहुत बड़े अँधेरे का सामना करना पड़ा[35] और तंजानिया द्वीप के ऊर्जा मंत्री का कहना है कि यह बात अभी भी स्पष्ट नहीं हो पाई है कि इस समस्या से कब छुटकारा मिलेगा.[36] 21 मई से 19 जून 2008 तक इसे पहली बार एक बड़े अँधेरे का सामना करना पड़ा था जहां द्वीपवासियों को बिजली रहित दशा में रहना पड़ा था और बिजली उत्पादन के लिए पूरी तरह से वैकल्पिक तरीकों (मुख्य रूप से डीजल जेनरेटर) पर निर्भर रहना पड़ा था। जिस मुख्य भू-भाग पर इससे संबंधित गलती हुई थी, वहां इसे उसी समय पूर्व दशा में लाने का प्रबंध कर दिया गया था।[37]

संस्कृति और भाषाएं

ज़ांज़ीबार के स्थानीय लोग एक मिश्रित जातीय पृष्ठभूमियों से संबंध रखते हैं[38] जो इस क्षेत्र के रंगीन इतिहास का एक संकेत है। ज़ांज़ीबार के लोग स्वाहिली (जिसे स्थानीय तौर पर किस्वाहिली के नाम से जाना जाता है) बोलते हैं जो पूर्व अफ्रीका में बड़े पैमाने पर बोली जानी वाली भाषा है। कई लोगों का विश्वास है कि इसके सबसे शुद्ध रूप को ज़ांज़ीबार में बोला जाता है क्योंकि यह इस भाषा का जन्मस्थान है। कई स्थानीय लोग अंग्रेज़ी भी बोलते हैं।

ज़ांज़ीबार का सबसे मशहूर कार्यक्रम ज़ांज़ीबार अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह है जिसे फेस्टिवल ऑफ डाऊ कंट्रीज के नाम से भी जाना जाता है। हर वर्ष जुलाई के महीने में इस कार्यक्रम में ज़ांज़ीबार के पसंदीदा संगीत, टारब सहित स्वाहिली कोस्ट के बेहतरीन कलात्मक दृश्यों का भी प्रदर्शन किया जाता है।[39]

स्टोन टाउन की महत्वपूर्ण वास्तु विशेषताएं लिविंगस्टोन हाउस, ज़ांज़ीबार का पुराना औषधालय, गिलानी ब्रिज, न्गोम कोंग्वे (ज़ांज़ीबार का पुराना किला) और हाउस ऑफ वंडर्स हैं।[40] बर्घाश बिन सईद के शासन काल में ईरान के शिराज़ के आप्रवासियों द्वारा निर्मित हमाम्नी पर्सियन बाथ्स किदिची नगर की मुख्य विशेषता है।

ज़ांज़ीबार पूर्वी अफ़्रीकी देशों में एकमात्र ऐसा स्थान भी है जहां सबसे लंबे आवासीय भवन हैं जिन्हें औपचारिक तौर पर मिचेंजानी फ्लैट्स के नाम से जाना जाता है जिसे ज़ांज़ीबार में आवासीय समस्या को दूर करने के लिए 1970 के दशक में पूर्व जर्मन की सहायता से बनवाया गया था।

मीडिया और संचार

ज़ांज़ीबार अफ्रीका का पहला ऐसा क्षेत्र था जहां सबसे पहले 1973 में रंगीन टेलीविजन का इस्तेमाल शुरू हुआ। मुख्य भू-भाग तंजानिया पर पहली टेलीविजन सेवा इसके लगभग बीस साल बाद तक चालू नहीं हुई थी लेकिन प्रदान की जाने वाली खराब सेवा और आधुनिक उत्पादन उपकरणों के साथ-साथ अनुभवी कर्मचारियों के अभाव की वजह से अफ़्रीकी देशों में वर्तमान में इसका स्थान काफी नीचे है। वर्तमान टीवी स्टेशन को टीवीजेड कहा जाता है।[41] यहाँ लगभग 8 निजी रेडियो स्टेशन हैं।

1980 और 1990 के दशकों के दौरान टीवीजेड के मशहूर संवाददाता स्वर्गवासी अलविया अलावी (1961–1996; 1980 के दशक के दौरान मशहूर टारब गायिका ईनत अलावी की बड़ी बहन), नीमा मूसा, शरीफा मौलिद, फातमा मज़ी, ज़यनाब अली, रामाधान अली और खामिस फकी थे।

संचार के संदर्भ में, ज़ांज़ीबार में नव पुनर्गठित सार्वजनिक दूरसंचार कंपनी (टीटीसीएल) और चार निजी स्वामित्व वाली मोबाइल प्रणालियों की अच्छी सेवा उपलब्ध है। इन प्रणालियों के माध्यम से पूरे ज़ांज़ीबार (उन्गुजा और पेम्बा) को व्यापक रूप से कवर किया जाता है और दुनिया के ज्यादातर हिस्सों से जोड़ दिया गया है।

1999 के बाद से मुख्य भू-भाग में अपने मुख्य मुख्यालयों के स्थानांतरित होने तक जैंटेल के नाम से मशहूर ज़ांज़ीबार टेलीकम्यूनिकेशियो पहली और एकमात्र ज़ांज़ीबार आधारित दूर संचार कंपनी थी।[42] मुख्य भू-भाग तंजानिया में सेवा प्रदान करने वाली लगभग सभी मोबाइल और इंटरनेट कंपनियां ज़ांज़ीबार में मौजूद हैं।

खेल

ज़ांज़ीबार फुटबॉल एसोसिएशन की देखरेख में खेला जाने वाला एसोसिएशन फुटबॉल ज़ांज़ीबार का सबसे लोकप्रिय खेल है।[43] ज़ांज़ीबार कॉन्फेडरेशन ऑफ अफ्रीकन फुटबॉल (सीएएफ) का एक सहयोगी सदस्य है। इसका मतलब है कि ज़ांज़ीबार राष्ट्रीय फुटबॉल टीम अफ्रीकन नेशंस कप जैसी राष्ट्रीय सीएएफ प्रतियोगिताओं में प्रवेश पाने के योग्य नहीं है लेकिन ज़ांज़ीबार के फुटबॉल क्लबों को सीएएफ कॉन्फेडरेशन कप और सीएएफ चैम्पियंस लीग में प्रतिनिधित्व प्राप्त होता है।

राष्ट्रीय टीम गैर-फीफा अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं जैसे फीफी वाइल्ड कप और ईएलएफ कप में भाग लेती है। चूंकि ज़ांज़ीबार फीफा का एक सदस्य नहीं है, इसलिए उनकी टीम वर्ल्ड कप के योग्य नहीं है।

शीर्ष क्लबों के लिए ज़ांज़ीबार फुटबॉल एसोसिएशन की एक प्रीमियर लीग भी है जिसका निर्माण 1981 में किया गया था।

1992 के बाद से ज़ांज़ीबार में जूडो का खेल भी खेला जाता है। संस्थापक श्री त्सुयोशी शिमाओका ने एक मजबूत टीम की स्थापना की थी जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेती है। 1999 में ज़ांज़ीबार जूडो एसोसिएशन (जेड.जे.ए.) को पंजीकृत किया गया और यह तंजानिया ओलम्पिक कमिटी का एक सक्रिय सदस्य बन गया।

प्रसिद्ध लोग

  • मुर्तजा अलीदिना, विद्वान
  • फारुक, जो राजकुमारी डायना के डिजायनर थे
  • लोकप्रिय बैंड क्वीन के फ्रेडी मर्करी का जन्म ज़ांज़ीबार में हुआ था

समकालीन संदर्भ

  • जॉन ब्रुन्नेर का उपन्यास स्टैंड ऑन ज़ांज़ीबार
  • हेलो 2 मैप ज़ांज़ीबार
  • गिल्स फोडेन का उपन्यास ज़ांज़ीबार
  • एश्ले प्रोव्स का उपन्यास दी क्लेप्सिड्रा स्टॉप्ड
  • ट्रिस्टन जोन की दी इनक्रेडिबल वॉयेज
  • टेनेसियस डी की 'फक हर जेंटली'

गैलरी

File:ZanzibarBeach.jpg|ज़ांज़ीबार का एक बीचFile:Construction and repair of Dhows, near Mtoni, Zanzibar.JPG|म्टोनी के पास डोंगी (एक प्रकार की नाव) का निर्माण और मरम्मतFile:Zanzibar from sea.jpg|स्टोन टाउनFile:Zanzibar sultan palace.jpg|सुल्तान पैलेस के साथ स्टोन टाउनFile:Cloves-spice.jpg|लौंग ने ज़ांज़ीबार की अर्थव्यवस्था के इतिहास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैFile:Zanzibarsultanpalace22.JPG|हाउस ऑफ वंडर्सFile:Zanzibar east coast pristine beach.JPG|ज़ांज़ीबार के पूर्वी छोर का एक बीचFile:Severely polluted beach at Mtoni, Zanzibar.JPG|म्टोनी का प्रदूषित बीचFile:Red-Knobbed_Starfish_Nungwi.jpg|रेड-नोब्ड स्टारफिश; उत्तरी ज़ांज़ीबार के नुन्ग्वी के बीच पर

इन्हें भी देखें

  • जर्मन पूर्वी अफ्रीका
  • हेलोगोलैंड-ज़ांज़ीबार की संधि
  • ज़ांज़ीबार की पाक-शैली

सन्दर्भ

अग्रिम पठन

  • रिवोल्यूशन इन ज़ांज़ीबार, डॉन पेटर्सन (बॉल्डर, कोलोराडो: वेस्टव्यू प्रेस, 2002)
  • मेमोरीज ऑफ एन अरेबियन प्रिंसेस फ्रॉम ज़ांज़ीबार, एमिली रुट, 1888. (कई नए संस्करण). लेखक (1844-1924) का जन्म ज़ांज़ीबार और ओमान की राजकुमारी सालमे के रूप में हुआ था और वे सैयद सईद की बेटी थीं।
  • बनानी: दी ट्रांजिक्शन फ्रॉम स्लेवरी टू फ्रीडम इन ज़ांज़ीबार एंड पेम्बा, एच.एस.न्यूमैन, (लंदन, 1898)
  • ट्रैवल्स इन दी कॉस्टलैंड्स ऑफ ब्रिटिश ईस्ट अफ्रीका, डब्ल्यू.डब्ल्यू.ए. फिजराल्ड़, (लंदन, 1898)
  • ज़ांज़ीबार इन कंटेम्परेरी टाइम्स, आर.एन. लिन, (लंदन, 1905)
  • पेम्बा: दी स्पाइस इज्लैंड ऑफ ज़ांज़ीबार, जे.ई.ई. क्रेस्तर, (लंदन, 1913)
  • न्येरेरे एंड अफ्रीका: एंड ऑफ एन एरा, और तंजानिया अंडर म्वालिमु न्येरेरे: रिफ्लेक्शंस ऑन एन अफ्रीका स्टेट्समैन, गॉडफ्रे म्वाकिकगिले, (प्रिटोरिया, साउथ अफ्रीका: न्यू अफ्रीका प्रेस, 2006)
  • Hatice Uğur, Osmanlı Afrikası'nda Bir Sultanlık:: जैंगिबार (ज़ांज़ीबार एज़ ए सल्तनत इन दी ऑटोमन अफ्रीका), इस्तांबुल: Küre Yayınları, 2005. kureyayinlari.com इसके अंग्रेजी संस्करण के लिए, देखो Boun.edu
  • चैलेंजेज ऑफ इनफोर्मल अर्बनिस्टेशन. दी केस ऑफ ज़ांज़ीबार/तंजानिया, वोल्फगैंग स्कोल्ज़ (डॉर्टमुंड 2008) Amazon.de

बाहरी कड़ियाँ

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